tag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.comments2023-09-10T02:46:56.152-07:00बस्तर की अभिव्यक्ति ...गाँव से ....बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger116125tag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-64580859505423088332021-04-24T07:43:19.912-07:002021-04-24T07:43:19.912-07:00कमाल की रचनाएँ. एक चाँद बेचारा क्या क्या न बन जाता...कमाल की रचनाएँ. एक चाँद बेचारा क्या क्या न बन जाता, पर किसी के हाथ न आता.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-35949535886349533792014-12-09T20:55:47.385-08:002014-12-09T20:55:47.385-08:00बस्तर की धरती की आवाज़ जब इन स्वरों में पुकार भरत...बस्तर की धरती की आवाज़ जब इन स्वरों में पुकार भरती है तो एक तीखी चुभन के साथ उद्वेलित करती करुणा के द्वंद्व से हृदय आन्दोलित हो जाता है ! इन कवियों को मेरा नमस्कार ! प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-65306506519176977972014-10-18T20:22:27.067-07:002014-10-18T20:22:27.067-07:00धन्यवाद ! प्रतिभी जी ! धन्यवाद ! प्रतिभी जी ! बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-52348397734072722922014-10-18T20:21:30.005-07:002014-10-18T20:21:30.005-07:00धन्यवाद ! सु-मन जी ! धन्यवाद ! सु-मन जी ! बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-71936740811880519632014-10-17T22:08:41.771-07:002014-10-17T22:08:41.771-07:00एक चाँद और कितनी भंगिमाए - हर एक से एक निजी रिश्त...एक चाँद और कितनी भंगिमाए - हर एक से एक निजी रिश्ता जोड़े, हँसता बहकाता-बहलाता आकाश मे चहलकदमी करता रहता रहता है बहुरूपिया चाँद -<br />बहुत सहज भाव-भूमि समेटे हैं कविताएँ !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-77715813309878237882014-10-17T21:56:04.944-07:002014-10-17T21:56:04.944-07:00एक चाँद और कितनी भंगिमाएँ ! हर एक का एक अलग रिश्ता...एक चाँद और कितनी भंगिमाएँ ! हर एक का एक अलग रिश्ता और चाँद भी कितना बहुरूपिया सब को बहकाता-बहलाता चढ़ा रहता है आसमान में !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-85630810571370805342014-10-05T21:02:50.747-07:002014-10-05T21:02:50.747-07:00http://bulletinofblog.blogspot.in/2014/10/2014-2.h...http://bulletinofblog.blogspot.in/2014/10/2014-2.htmlरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-3557514711311323152014-08-27T00:19:58.729-07:002014-08-27T00:19:58.729-07:00सोनू जी ! अब तो आप को ही सब कुछ कहना है । गिरते हु...सोनू जी ! अब तो आप को ही सब कुछ कहना है । गिरते हुये मूल्यों ने शिक्षा की जो दुर्दशा की है उसके लिए छात्र-छात्राओं को ही अब सामने आना होगा क्योंकि इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव तो आप लोगों पर ही हो रहा है न! बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-86529965024621945412014-08-17T22:53:43.609-07:002014-08-17T22:53:43.609-07:00uncleji mai soch rhi ki kya kahu qki mai student h...uncleji mai soch rhi ki kya kahu qki mai student hu ...Ank Questhttps://www.blogger.com/profile/02985077070211931077noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-52677542146026403872013-07-18T04:21:14.493-07:002013-07-18T04:21:14.493-07:00धन्यवाद डॉक्टर नूतन जी! इस ब्लॉग में हमारे प्रियजन...धन्यवाद डॉक्टर नूतन जी! इस ब्लॉग में हमारे प्रियजनों की रचनायें हम प्रकाशित करते हैं। आपने इस ब्लॉग पर आने और पढ़ने का कष्ट किया, अच्छा लगा। किसी चिकित्सक की लेखनी से हुये साहित्य सृजन की उत्कृष्टता मुझे आकर्षित करती है। मैं अभी-अभी आपके ब्लॉग से हो कर आया हूँ, आपकी प्राञ्जल भाषा और विषय वस्तु के चयन के लिये बहुत-बहुत बधाई। आप निरंतर लिखती रहें ...शुभकामनायें। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-53908982981950809512013-07-16T08:47:05.248-07:002013-07-16T08:47:05.248-07:00बस्तर की अभिवयक्ति . गाँव से .. पहले तो नाम सुन क...बस्तर की अभिवयक्ति . गाँव से .. पहले तो नाम सुन कर ठिठक गयी... अब यह चाँद पर कवितायें भी अच्छी लगी ...डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-20012682749941809402013-06-10T01:45:47.921-07:002013-06-10T01:45:47.921-07:00hriday sparshi kavitayen... padhte to sabhi honge ...hriday sparshi kavitayen... padhte to sabhi honge ...par pata nahin kuch logon ke dilon ko kyon nahin chhu paati...samvedansheelta ki kami saari buraiyon ki jad hai...Monika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-80289300046579371922013-01-17T21:18:23.320-08:002013-01-17T21:18:23.320-08:00धन्यवाद! वीरू भाई!! विचारों को व्यवहार में लाने की...धन्यवाद! वीरू भाई!! विचारों को व्यवहार में लाने की आवश्यकता है, जैसा कि वन्दना जी ने कहा, अन्यथा सब कुछ मात्र बुद्धिविलास भर बनकर रह जायेगा। <br />बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-78169629249932145272013-01-17T09:40:58.100-08:002013-01-17T09:40:58.100-08:00वाह जी वाह !यथा स्थिति का बे -बाक चित्रण .ऐसा ही ...वाह जी वाह !यथा स्थिति का बे -बाक चित्रण .ऐसा ही है नारी मन ,अजन्मा गर्भस्थ कन्या भ्रूण .शुक्रिया आपकी सद्य टिपण्णी का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-22259725135650455392012-12-24T20:32:26.287-08:002012-12-24T20:32:26.287-08:00AB LAGNE LAGA HAI KI LIKHNA HI HOGA.AB LAGNE LAGA HAI KI LIKHNA HI HOGA.स्वामी ध्यान आलोकhttps://www.blogger.com/profile/15827581345868202296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-2446410355351728552012-12-24T20:30:57.680-08:002012-12-24T20:30:57.680-08:00aaj jabki hamare aadarsha kho se gaye hain aur hum...aaj jabki hamare aadarsha kho se gaye hain aur hum prakritik soch ke zariye barh rahe hain ,hamen nahi pata ki sahi kya hai phir bhi logon ke liye jeena achchha hai.स्वामी ध्यान आलोकhttps://www.blogger.com/profile/15827581345868202296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-90387316323284312182012-11-21T03:48:10.983-08:002012-11-21T03:48:10.983-08:00sach me striyon ke liye badi pyari rachnayen...sach me striyon ke liye badi pyari rachnayen...मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-18144693204175565462012-10-29T02:47:55.417-07:002012-10-29T02:47:55.417-07:00स्त्रियों की स्थिति को बखूबी रेखांकित करतीं तीनो र...स्त्रियों की स्थिति को बखूबी रेखांकित करतीं तीनो रचनायें लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-31323391580649416632012-05-19T10:55:46.327-07:002012-05-19T10:55:46.327-07:00विचारोत्तेजक कविताएं।विचारोत्तेजक कविताएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-47789371326696229682012-05-14T22:54:08.873-07:002012-05-14T22:54:08.873-07:00सभी रचनायें शानदार …मगर ये विमर्श सिर्फ़ किताबी सा...सभी रचनायें शानदार …मगर ये विमर्श सिर्फ़ किताबी सा बन कर रह गया है बदलाव के लिये मानसिकता का बदलना जरूरी है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-35872904267731920952012-04-25T12:15:20.817-07:002012-04-25T12:15:20.817-07:00वे मेमने जो बिककर हैं सोये, सदा के लिए मैं जी रहा ...वे मेमने जो बिककर हैं सोये, सदा के लिए मैं जी रहा बेचकर अंग अपने, ढो रहा जिस्म आधा अभी भी लिए! .......मिश्रा जी ..सादर अभिवादन ..इन शब्दों में आपने इस भ्रस्ट व्यवस्था से त्रस्त हो अपने मार्मिक विचारो को बखूबी रखा है. इसके लिए आजादी की एक एक और जंग लड़नी होगी .... पर वास्विकता यह भी है की इस भ्रस्ट व्यवस्था के हम भी कही न कही जिम्मेदार है.. उस भूल को सुधारना होगा............. सामाजिक दायित्व को भुलाकर हम कब तक जिन्दा रह पाएंगे , क्या बनेगे मेमने या,हम आधा भी जिस्म ढो पाएंगे.............anupamhttps://www.blogger.com/profile/13939234188545904983noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-78633954034535001282012-04-02T01:32:30.364-07:002012-04-02T01:32:30.364-07:00दुनिया में बेशक तुम्हे कोई जानता ना हो...
मगर खुद ...दुनिया में बेशक तुम्हे कोई जानता ना हो...<br />मगर खुद से और खुदा से अपनी पहचान रखना...<br /><br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-65480358871252059922012-03-23T15:52:01.330-07:002012-03-23T15:52:01.330-07:00♥
घर में, आँगन के फूलों सी खिलती हैं लड़कियाँ,
नस...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><br /><b>घर में, आँगन के फूलों सी खिलती हैं लड़कियाँ,<br />नसीब वालों के ही घर में पलती हैं लड़कियाँ ॥ <br /><br />ख़ुदा की भेजी पाक नेमत सी नज़र आती हैं,<br />घर के दालानों में जब टहलती हैं लड़कियाँ॥ <br /><br />हवा के झोंकों से झूमती कलियों सी नज़र आती हैं, <br />अपनी किसी ख़्वाहिश पर जब मचलती हैं लड़कियाँ॥ <br /><br />जब तक क़रीब हैं, रखो ख़ुशियों से सराबोर इन्हें, <br />जल्द ही नैहर के बाहर निकलती हैं लड़कियाँ॥ <br /><br />हर हाल में जी लेना इनकी फ़ितरत में है शामिल, <br />सुख-दुःख के साँचे में जल्द ही ढ़लती हैं लड़कियाँ॥ <br /><br />कदम इनके किसी इबादत से कमतर तो नहीं 'थोरात', <br />खिलखिलाती हैं जब-जब, लोबान सी महकती हैं लड़कियाँ॥ <br /><br />नज़ाकत को इनकी कमज़ोरी समझने वालो, <br />अपनी पे आ जायें तो अंगारों सी दहकती हैं लड़कियाँ॥<br /><br />सरस्वती हैं, लक्ष्मी हैं, कल्याणी हैं मगर फिर भी <br />ज़मीं पे आने से पहले ही क़त्ल हो जाती हैं लड़कियाँ॥ </b><br /><br /><b><i> आदरणीय कौशलेन्द्र जी </i></b> <br />सस्नेहाभिवादन !<br />बहुत भावपूर्ण सुंदर रचना है <br /><b>जयंत कुमार थोरात जी </b> तक इस सुंदर रचना के लिए बधाई पहुंचाने की कृपा करें !<br /><b> </b><br /> <br /><b>~*~नवरात्रि और नव संवत्सर की बधाइयां शुभकामनाएं !~*~</b> <br /> शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित… <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-92206377421932441192012-03-21T00:34:04.156-07:002012-03-21T00:34:04.156-07:00बेहतरीन शानदार प्रस्तुति।बेहतरीन शानदार प्रस्तुति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1355268225238583975.post-4662626752876166582012-02-19T04:52:50.996-08:002012-02-19T04:52:50.996-08:00बहुत ही अच्छा लगा इस पोस्ट को पढ़ कर....बेहद उम्दाबहुत ही अच्छा लगा इस पोस्ट को पढ़ कर....बेहद उम्दाAnonymousnoreply@blogger.com